मुखड़ा- हाथ मा रौं मोबाइल, आंख्यू मा चशमा।
आजकला की च्येली, फुरफुरी माॅडर्ना।।२
पगली जाणी, पगली जाणी, खिमिया- मोहना,,, यूं दनिया- सोबना।
जब द्येखैणी बाटा, फुरफुरी माॅडर्ना।।२
१- अंतरा- नौ पाटा घाघेरी, आंगेड़ी भूली गीं।
जीन्स टाॅप पैरी, माॅडर्ना बढ़ी गीं।।,,,नौ,,,२
पगली जाणी, पगली जाणी, खिमिया मोहना,,, यूं दनिया- सोबना।
जब द्येखैणी बाटा, फुरफुरी माॅडर्ना।।२..
मुखड़ा- हाथ मा रौं मोबाइल, आंख्यू मा चशमा।
आजकला की च्येली, फुरफुरी माॅडर्ना।।
२अंतरा- दातुली- कुटई, वलि- पली फैकेंणीं।
स्कूटी मा बैठी, बाजार चल दीणीं।। दातुली,,,२
पगली जाणी, पगली जाणी खिमिया- मोहना,,,, यूं दनिया- सोबना।
जब द्येखैणी बाटा, फुरफुरी माॅडर्ना।।२
मुखड़ा- हाथ मा रौं मोबाइल, आंख्यू मा चशमा।
आजकला की च्येली, फुरफुरी माॅडर्ना।।
३ अंतरा- रवाट- भाता खाणु मा, नखारा द्यिखोंणी।
मोमो- चाउमीना कै, खूब खै जाणी।। रवाट,,२
पगली जाणी, पगली जाणी खिमिया- मोहना,,, यूं दनिया- सोबना।
जब द्येखैणी बाटा, फुरफुरी माॅडर्ना।।२
मुखड़ा- हाथ मा रौं मोबाइल, आंख्यू मा चशमा।
आजकला की च्येली, फुरफुरी माॅडर्ना। २.
सर्वाधिकार सुरक्षित।
स्वरचित- मंजू बोहरा बिष्ट
गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश
मूल निवासी- हल्द्वानी, नैनीताल।
प्रकाशित।
Wow beautiful song
ReplyDeleteThank you 😘
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