लागि- लागी गे निराई सुवा हो।२
तुमरी मैं कैं, तुमरी मैं कैं, तुमरी, मैं कैं, हो।।
लुकि- छुपि छै, यौ क्वाठ में पीड़ जो।२
तड़पौनि मैं कै, तड़पौनि मैं कै, तडपौनी मैं कै, हो।।
म्यर आंखि ढूंढ़ण में रौनी, च्यै रैंनी बाटा कैं हो, च्यै रैंनी बाटा कैं। २
जबै आला म्यर सुवा, भर ल्यूं ला अंगवाव हो, भर ल्यूं ला अंगवाव मैं।।
भौते लागि गे, ओ भौते लागि गे, निराई सुवा हो।२
तुमरी मैं कैं, तुमरी मैं कै, तुमरी मैं कै, हो।
लागि- लागी गे निराई सुवा हो।
तुमरी मैं कैं, तुमरी मैं कै, तुमरी मैं कै हो।।
कसिकै बतौ तुमुकै सुवा, हाल यौ अपणा हो, हाल मैं अपणा।२
दिन त म्यर कटि जाछौ, रात न्हैं कटणा हो, रात न्हैं कटणा।।
मरि ज्यूंला मैं... ओ, मरि ज्यूंला मैं, अब त सुवा.. हो।२
तुमरी याद में....तुमरी याद में....तुमरी याद हो
लागि- लागी गे निराई सुवा हो।
तुमरी मैं कैं, तुमरी मैं कैं, तुमरी, मैं कैं... हो।।
घर मा छोड़ि बेर सुवा, न्हैं गयीं पलटना हो, न्हैं गयीं पलटना।२
मायादार सुवा बिना, मैं न्हीं रै सकना हो, अब न्हीं रै सकना।।
याद औणी, ओ, याद औणी, हर घड़ी-पला वो।२
जब रौंछीं साथ में, म्यर भौते पास में, म्यर भौते पास हो।।
लागि- लागी गे निराई सुवा हो।
तुमरी मैं कै, तुमरी मैं कै, तुमरी, मैं कै, हो।।
जबै औनी म्यर सुवा, पलटना बै घरा हो, पलटना बै घर मा।२
पीड़ क्वाठे की हरै जैछौ, मन लागौ मायादर मा, हो, मन लागौ मायादार मा।।
म्यरा आंख्यू मा, म्यरा आंख्यू मा, बसी गै सुवा हो। २
अन्वार तुमरी, अन्वार तुमरी, अन्वार तुमरी हो।।
लागि- लागी गे निराई सुवा हो।
तुमरी मैं कै, तुमरी मैं कै, तुमरी मैं कै, हो।।
सर्वाधिकार सुरक्षित।
स्वरचित मंजू बोहरा बिष्ट।
गाजियाबाद,
उत्तर प्रदेश।
(मूल निवासी- हल्द्वानी, नैनीताल।)
वाह बहुत खूब,,,, मार्मिक गीत
ReplyDeleteNice Geet
ReplyDeleteवाह
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